What is brahmo Samaj in hindi | ब्रह्म समाज क्या है
Brahma samaj ke sansthapak – ब्रह्म समाज के संस्थापक
इसके संस्थापक राजाराम मोहन राय थे । इन्हें राजा की उपाधि अकबर द्वितीय ने दिया था । ये हिन्दू धर्म के कुप्रथाओं के विरुद्ध आवाज उठाये जिस कारण उन्हें भारतीय पुर्नरजागरण ( सुधार ) तथा आधुनिक भारत का अगदूत कहा जाता है । सुभाष चंद्र बोस ने इन्हें युग दूत कहा है । इन्होंने 1817 में हिन्दू कॉलेज की स्थापना किया ।
1829 ई . में विलियम बैटिक के सहयोग से इन्होंने सती प्रथा का अंत कर दिया । डेविड हेयर इनके प्रमुख सहयोगी थे । इन्हें फारसी बंगाली , अंग्रेजी तथा उर्दू का अच्छा ज्ञान था । इन्होंने सर्वाधिक पत्रिका फारसी भाषा में लिखा । मिरातुल अखबार फारसी में तथा संवाद कैमुदी बंगाली में छपने वाले इनकी प्रमुख पत्रिकाएं थी ।
1833 ई . में लंदन में मेनिनजाइटिस के कारण इनकी मृत्यु हो गई । इनके दो प्रमुख शिष्य देवेन्द्र नाथ टैगोर तथा केशवचन्द्र सेन थे । इनके मृत्यु के बाद ब्रह्मसमाज की बागडोर देवेन्द्र नाथ टैगोर के हाथ में आ गई ।
देवेन्द्र नाथ टैगोर तथा केशव चन्द्र के बीच मतभेद हो गया । जिस कारण इन दोनों ने ही ब्रह्म समाज को छोड़ दिया देवेन्द्र नाथ टैगोर ने 1865 ई . में भारतीय आदी ब्रह्म समाज की स्थापना की । जबकि 1867 में केश्वचन्द्र सेन ने वेद समाज की स्थापना कर दी ।
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