कैसे पहुचें माँ वैष्णव देवी दरबार तक कैसे (How to Reach Vaishno Devi)
वैष्णो देवी के दर्शन के लिए यात्रा करने के लिए मुख्य चरण जम्मू है। आप अपने निवास स्थान से ट्रेन, बस, टैक्सी और हवाई जहाज़ का इस्तेमाल करके जम्मू तक पहुंच सकते हैं। जम्मू में ब्राड गेज रेलवे होने के कारण, कई ट्रेनें जाती हैं और गर्मियों में दर्शन करने वाले यात्रियों की बढ़ती संख्या के कारण कई स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जाती हैं। इससे यात्रियों को आसानी से यात्रा करने का मौका मिलता है। जम्मू राजमार्ग पर स्थित होने से यहां आप चाहें तो कार या टैक्सी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। जम्मू के लिए किसी भी शहर से आसानी से टैक्सी मिल जाती है।
जम्मू के बाद वैष्णो देवी के लिए अगला पड़ाव है कटरा। जम्मू से कटरा तक आप ट्रेन, बस, या कार द्वारा जा सकते हैं। यह दूरी लगभग 50 किलोमीटर है और आप बस के द्वारा भी लगभग 2 घंटे में कटरा पहुंच सकते हैं।
वैष्णव देवी यात्रा डिटेल्स इन हिंदी (Vaishno Devi Yatra Details In Hindi)
जम्मू से कटरा की दुरी | 50 किलोमीटर |
कटरा की समुद्र तल से ऊंचाई | 2500 फीट |
कटरा ने वैष्णो देवी गुफा की दूरी | 12 किलोमीटर |
वैष्णो देवी मंदिर से भैरवनाथ मंदिर की दूरी | 8 किलोमीटर |
कैसे करे वैष्णव देवी यात्रा की शुरुआत (Vaishno Devi Yatra Start)
वैष्णवी देवी यात्रा की शुरुआत कटरा से होती है और अधिकांश लोग कटरा में विश्राम करके अपनी यात्रा की शुरुआत करते हैं। माता के दर्शन के लिए यात्री एक दिन में कभी भी चढ़ाई शुरू कर सकते हैं। कटरा में ही यात्री अपनी यात्रा की शुरुआत से पहले मुफ्त पर्ची प्राप्त कर सकते हैं, परंतु पर्ची कटवाने के 6 घंटे के अंदर यात्री को प्रथम चेकइन पॉइंट पर अपनी एंट्री करनी पड़ती है। यह प्रथम चेकइन पॉइंट बाणगंगा पर स्थित होता है।
वैष्णवी देवी के दर्शन के लिए यात्रा का यह पथ आपके विवरण से स्पष्ट हुआ है। यह जानकारी अन्य यात्रियों के लिए भी महत्वपूर्ण है। धन्यवाद फिर से।
कटरा से माता वैष्णवी देवी के दर्शन के लिए एक खड़ी चढ़ाई लगभग 14 किलोमीटर की दूरी पर होती है और यहां से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर भैरव का मंदिर है। यात्रियों को अपनी पसंद के अनुसार घोड़े, पालकी, या हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल करके यात्रा करने का विकल्प होता है। हेलिकॉप्टर की बुकिंग के लिए अब यात्रियों को पहले से बुक करने की आवश्यकता नहीं होती है और वे तुरंत भी दूसरे दिन की बुकिंग प्राप्त कर सकते हैं।
यात्रियों को यह ध्यान देना चाहिए कि वे चढ़ाई करते समय अर्धकुवारी पर अपना नंबर लगा दें, ताकि उतरते समय अर्धकुवारी में दर्शन तुरंत हो जाएं और इंतजार न करना पड़े। यह सुविधा यात्रियों को अधिक सुविधाजनक बनाती है और उन्हें यात्रा का आनंद अधिक करती है।
यदि आप पैदल यात्रा पर हैं और अर्धकुवारी से अपना मार्ग बदलते हैं, तो ध्यान दें कि आप अपनी यात्रा की दूरी कम करके कम समय में माता के दरबार तक पहुंच सकते हैं।
जब आप अपनी चढ़ाई पूरी कर लेते हैं, तो आपको अंतिम चेक-इन काउंटर पर अपनी स्लीप पर सील लगवानी होती है। और इस सील लगी हुई स्लीप को दिखाकर ही आप माता के दर्शन कर सकते हैं।
कैसे करे कटरा मे ठहरने की व्यवस्था (Katra Stay in Hindi)
कटरा में भक्तों के ठहरने के लिए वैष्णव देवी ट्रस्ट द्वारा धर्मशालाओं और कई होटल हैं। इन धर्मशालाओं या होटलों में यात्रियों को चढ़ाई से पहले और बाद में आराम करने की सुविधा होती है, लेकिन असुविधाओं से बचने के लिए यात्री को अपनी बुकिंग पहले ही ऑनलाइन करवा लेनी चाहिए। यात्री चाहे तो निजी होटलों में भी ठहर सकता है।