भारत में प्रमुख जनजाति आंदोलन | Tribal movement of India in Hindi
प्रमुख जनजातीय आंदोलन
1. सन्यासी विद्रोह – यह बंगाल से प्रारंभ हुआ । अंग्रेजों ने आकाल पड़ने के बाद भी Tax में कोई कमी नहीं किया जिस कारण सन्यासियों ने विद्रोह कर दिया । इस विद्रोह को वारेंग हेस्टिंगस ने दबा दिया । इसकी चर्चा बंकिम चंद्र चटर्जी की पुस्तक आनंदमठ में है ।
2. संथाली विद्रोह – यह झारखण्ड के राजमहल के पहाड़ी से शुरू हुआ यह जमिंदारों के विरुद्ध था । इसका नेतृत्व सिधु कान्हु ने किया । 1856 आते – आते यह विद्रोह समाप्त हो गया ।
3. अहोम विद्रोह – यह असम ने प्रारंभ हुआ इसका नेतृत्व 1828 ई . में गोमघर कुंवर ने किया ।
4. पागलपंथी विद्रोह – यह बंगाल के क्षेत्र से हुआ इसकी शुरूआत 1825 में कर्णसाह ने किया । बाद में इसका नेतृत्व उनके पुत्र टिपू ने किया ।
5. फरायसी विद्रोह इसकी शुरूआत बंगाल में शरीदुल्ला तथा दादु मिया ने किया । 6. खासी विद्रोह – यह मेघालय में खासी पहाड़ी से 1833 में प्रारंभ हुआ इसका नेतृत्व तिरथ सिंह ने किया ।
7. रामोसी विद्रोह – यह महाराष्ट्र के पश्चिमी घाट से शुरू हुआ इसका नेतृत्व चित्रा सिंह ने किया । यह किसानों का विद्रोह था ।
8. कुका विद्रोह- यह पंजाब के क्षेत्र से शुरू हुआ इसका नेतृत्व भगत जवाहर मल ने किया ।
9. मुंडा विद्रोह – यह झारखण्ड का जनजाति विद्रोह था मुण्डा जनजातियों ने किया था । इसका नेतृत्व विरसा मुण्डा ने किया । विरसा मुण्डा का जन्म 15 Nov. 1874 ई . को हुआ । इसी लिए झारखण्ड की स्थापना 15 Nov. को की गई ।
10. ताना भगत आंदोलन – यह झारखण्ड से प्रारंभ हुआ इसका नेतृत्व जतारा सिंह ने किया ।
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