15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (2023 Swatantrata Diwas in Hindi)

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध और भाषण (2023 Swatantrata Diwas in Hindi)

आजकल देशभक्ति और राष्ट्र के दो पर्वों में हम सबकी ध्यान रहता हैं क्योंकि इसकी महत्वता समझाई जाती हैं। लेकिन हमें इस संदेश को सिर्फ अगस्त और जनवरी में ही नहीं, बल्कि सब समय में ध्यान रखना चाहिए। आजकल, हमें स्वतंत्रता के लिए ही नहीं, बल्कि देश के भीतर आतंकवाद और भ्रष्ट्राचार के खिलाफ लड़ना हैं। हमें अपनों के खिलाफ भी लड़ना हो सकता हैं, जो और ज्यादा गंभीर मुद्दे हैं, क्योंकि इसमें अपना-अपना पहचान कठिनाई से सामने आती हैं। आजकी युग में, हमें देश के प्रति अपनी दायित्वभावना को बढ़ावा देने की जरूरत हैं, क्योंकि आज दुश्मन अंग्रेज नहीं हैं, बल्कि भ्रष्ट्राचारियों से हमारे देश को अधिक खतरा हैं। सेना के जवान ही नहीं, सामान्य नागरिकों को भी देश की सुरक्षा में अपना योगदान देना होगा।

Swatantrata Diwas Essay

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस निबंध, भाषण, शायरी, कविता

दिवस स्वतंत्रता दिवस
तिथी 15 अगस्त 1947
प्रतिवर्ष कब मनाया जाता हैं 15 अगस्त
प्रकार राष्ट्रीय पर्व
पहली बार कब मनाया गया 1930
2023 में आजादी वर्ष 77

15 अगस्त साल 2023 में स्वतंत्रता दिवस

साल 2023 में स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को है. यह दिन भारत के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि इस दिन भारत ने ब्रिटिश शासन से आजादी प्राप्त की थी. इस दिन भारत के लोग पूरे देश में उत्सव मनाते हैं और स्वतंत्रता की भावना को मनाते हैं.

इस साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से अपने भाषण के विषय के लिए सुझाव मांगे हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि वे इस दिन दिल्ली के लाल किले से लोगों को संबोधित करेंगे और लोगों से कहा है कि वे उन्हें बताएं कि वे इस दिन किस विषय पर भाषण दें. लोगों द्वारा उन्हें कई विषयों के सुझाव दिए जा रहे हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • भारत के विकास और समृद्धि के बारे में बात करना
  • भारत के लोगों के एकजुटता और भाईचारे के बारे में बात करना
  • भारत के इतिहास और संस्कृति के बारे में बात करना
  • भारत के भविष्य के बारे में बात करना
  • भारत के लोगों को प्रेरित और उत्साहित करना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के लिए लोगों के सुझाव बहुत महत्वपूर्ण हैं. यह भाषण भारत के लोगों के लिए एक प्रेरणा और उत्साह का स्रोत होगा. यह भाषण भारत के लोगों को एकजुट करेगा और उन्हें भारत के भविष्य के लिए काम करने के लिए प्रेरित करेगा.

मैं उम्मीद करता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण से भारत के लोग बहुत कुछ सीखेंगे और प्रेरित होंगे. मैं उम्मीद करता हूं कि भारत के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के बाद भारत के विकास और समृद्धि के लिए काम करेंगे.

स्वतंत्रता दिवस 2023 मुख्य अतिथि (Chief Guest)

हर साल स्वतंत्रता दिवस के दिन भारत सरकार द्वारा अन्य देश से किसी न किसी व्यक्ति को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाता है. हालांकि, इस साल सरकार ने किसी भी व्यक्ति को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित नहीं किया है. इसकी कुछ संभावित वजहें हो सकती हैं.

एक संभावना यह है कि सरकार ने इस साल स्वतंत्रता दिवस समारोह को छोटा और सरल रखने का फैसला किया है. कोविड-19 महामारी के कारण, सरकार ने पिछले दो सालों में स्वतंत्रता दिवस समारोह को छोटा और सरल रखा है. इस साल भी, सरकार ने ऐसा ही करने का फैसला किया हो सकता है.

एक और संभावना यह है कि सरकार इस साल स्वतंत्रता दिवस समारोह को किसी विशेष देश या व्यक्ति के लिए समर्पित करना चाहती है. सरकार ने पिछले साल स्वतंत्रता दिवस समारोह को भारत के स्वतंत्रता संग्राम के लोगों के लिए समर्पित किया था. इस साल, सरकार किसी विशेष देश या व्यक्ति के लिए स्वतंत्रता दिवस समारोह को समर्पित करना चाह सकती है.

हालांकि, सरकार ने अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है कि इस साल स्वतंत्रता दिवस समारोह को क्यों छोटा और सरल रखा गया है.

राष्ट्रीय गान जागरूकता अभियान

राष्ट्रीय गान जागरूकता अभियान एक शानदार पहल है. यह अभियान लोगों को राष्ट्रीय गान के बारे में जागरूक करेगा और उन्हें राष्ट्रीय गान का सम्मान करने के लिए प्रेरित करेगा. यह अभियान विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि हमारे देश में अभी भी कई ऐसे लोग हैं जिन्हें राष्ट्रीय गान के शब्द सही से बोलना नहीं आते हैं.

मुझे उम्मीद है कि यह अभियान सफल होगा और यह लोगों को राष्ट्रीय गान के बारे में अधिक जानने और उसे सम्मान करने के लिए प्रेरित करेगा. यह अभियान हमारे देश की एकता और अखंडता को मजबूत करने में मदद करेगा.

मैं सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति संतोष हेगड़े को इस अभियान के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. उन्होंने एक महत्वपूर्ण विषय पर ध्यान आकर्षित किया है और उन्होंने लोगों को राष्ट्रीय गान के बारे में जागरूक करने के लिए एक सराहनीय प्रयास किया है.

मैं सभी लोगों से अपील करता हूं कि वे इस अभियान में शामिल हों और वे राष्ट्रीय गान का सम्मान करें.

15 अगस्त 2023 स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

स्वतंत्रता दिवस भारत के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है. यह दिन भारत के स्वतंत्रता संग्राम के सभी शहीदों को समर्पित है. इस दिन भारत के लोग पूरे देश में उत्सव मनाते हैं और स्वतंत्रता की भावना को मनाते हैं.

भारत को 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी. इस दिन भारत के लोगों ने लंबे समय से चले आ रहे स्वतंत्रता संग्राम का अंत किया था. भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कई लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी. इन लोगों ने भारत को स्वतंत्रता दिलाने के लिए कठिन संघर्ष किया था.

भारत के स्वतंत्रता दिवस के दिन पूरे देश में उत्सव का माहौल होता है. इस दिन लोग झंडा फहराते हैं, देशभक्ति के गीत गाते हैं और नाचते हैं. इस दिन लोग एक-दूसरे को मिठाई खिलाते हैं और शुभकामनाएं देते हैं.

भारत के स्वतंत्रता दिवस का दिन भारत के लोगों के लिए एक गौरवशाली दिन है. यह दिन भारत के लोगों को याद दिलाता है कि उन्होंने कितनी कठिनाई से स्वतंत्रता प्राप्त की है. यह दिन भारत के लोगों को एकजुट होने और देश के विकास के लिए काम करने के लिए प्रेरित करता है.

मैं सभी भारतीयों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं. मैं आशा करता हूं कि भारत के सभी लोग स्वतंत्रता दिवस के दिन एकजुट होकर देश के विकास के लिए काम करेंगे.

प्रस्तावना

भारत पर ब्रिटिश साम्राज्य के काले बादलों को 15 अगस्त 1947 को देश के वीर जवानों ने साफ कर दिया था. इस दिन को आज भी पूरे देश में अवकाश के रूप में मनाया जाता है और इसे स्वतंत्रता दिवस के नाम से जाना जाता है. स्वतंत्रता दिवस के दिन, लोग देश के वीर जवानों को श्रद्धांजलि देते हैं और उन्हें नमन करते हैं. भारत देश जिन वीर सेनानियों के नेतृत्व में आजाद हुआ, उन्हें प्रत्येक भारतवासी सम्मान की दृष्टि से देखता है और अपने-अपने अंदाज में उन्हें नमन करते हुए 15 अगस्त के दिन को मनाता है.

भारत के वीर जवानों ने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ लंबी और कठिन लड़ाई लड़ी थी. उन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर देश को स्वतंत्रता दिलाई थी. स्वतंत्रता के बाद, भारत ने एक नई शुरुआत की और आज एक महान देश बन गया है. भारत के वीर जवानों के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जाएगा. वे हमेशा हमारे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेंगे.

स्वतंत्रता दिवस के दिन, हम सभी को देश के वीर जवानों को श्रद्धांजलि देनी चाहिए और उन्हें नमन करना चाहिए. हमें उनके बलिदान को याद रखना चाहिए और उनके सपनों को पूरा करने के लिए काम करना चाहिए. हमें एकजुट होकर देश को एक महान देश बनाना चाहिए.

भारतीय स्वतंत्रता दिवस का इतिहास

भारत का स्वतंत्रता संग्राम एक लंबा और कठिन संघर्ष था, जो 1857 से 1947 तक चला. इस संघर्ष में भारत के लोगों ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी और अंततः 15 अगस्त 1947 को भारत को स्वतंत्रता प्राप्त हुई.

भारत के स्वतंत्रता संग्राम में कई महान स्वतंत्रता सेनानियों ने योगदान दिया, जिनमें महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद और राजगुरु शामिल हैं. इन स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों के खिलाफ शांतिपूर्ण और सशस्त्र दोनों तरह से लड़ाई लड़ी.

भारत के स्वतंत्रता संग्राम का अंत 15 अगस्त 1947 को हुआ, जब भारत को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त हुई. इस दिन को भारत के लोगों ने पूरे देश में उत्सव मनाकर मनाया. भारत के स्वतंत्रता संग्राम ने भारत को एक महान देश बना दिया है.

भारत के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास को याद रखना और इस संघर्ष में योगदान देने वाले महान स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मान देना बहुत महत्वपूर्ण है. हमें भारत के स्वतंत्रता संग्राम से सीखना चाहिए और एकजुट होकर देश के विकास के लिए काम करना चाहिए.

भारतीयों पर अत्याचार

जैसे-जैसे अत्याचार बढ़ता गया, वैसे-वैसे भारतीय लोगों के दिलों में अंग्रेजों के खिलाफ गुस्सा और बदले की भावना भी बढ़ती चली गई। विरोध और गुस्से की उस भावना ने 1857 में पहली बार मंगल पांडे के रूप में जन्म लिया, जब मंगल पांडे ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह किया और आवाज उठाई। अंग्रेजों ने उस विद्रोह को तुरंत मार दिया, जिससे भारतीय लोगों में अंग्रेजों के प्रति बहुत गुस्सा और नए-नए आंदोलनों की उत्पत्ति हुई।

अंग्रेजो के खिलाफ भारतीयों का गुस्सा

जैसे-जैसे अत्याचार बढ़ता गया, वैसे-वैसे भारतीय लोगों के दिलों में अंग्रेजों के खिलाफ गुस्सा और बदले की भावना भी बढ़ती चली गई। विरोध और गुस्से की उस भावना ने पहली बार 1857 में मंगल पांडे के रूप में जन्म लिया, जब मंगल पांडे ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह किया और आवाज उठाई। अंग्रेजों ने उस विद्रोह को तुरंत मार दिया, जिससे भारतीय लोगों में अंग्रेजों के प्रति कई गुना गुस्सा बढ़ गया और नए-नए आंदोलनों की उत्पत्ति हुई।

आजादी की मांग

भारतीय लोग अब अपने सामाजिक और राजनीतिक अधिकारों की मांग कर रहे थे। उन्हें अंग्रेजों के शासन के नियंत्रण से मुक्त होना था और वे अपने देश में स्वतंत्रता की इच्छा रखते थे। मंगल पांडे के विरोध के बाद धीरे-धीरे देश के विभिन्न क्षेत्रों में विरोध और आंदोलन की आवाज बढ़ती चली गई, और अंग्रेजों के अत्याचार के खिलाफ देश में विद्रोह और स्वतंत्रता की मांग बढ़ती चली गई।

स्वतंत्रता के लिए स्वतंत्रता सेनानियों का महत्वपूर्ण योगदान

देश में विद्रोह की आग इस प्रकार फैल गई कि उससे भारत देश में अनेक बड़े-बड़े स्वतंत्रता सेनानियों का जन्म हुआ। इस स्वतंत्रता के लड़ाई में महात्मा गांधी ने महत्वपूर्ण और अद्भुत योगदान दिया। अंग्रेजों ने भारत पर राज करते हुए लगभग 200 साल से भी अधिक का समय बिता दिया था, जिसके चलते गांधीजी ने अपनी आवाज बुलंद की और सत्य और अहिंसा को अपने महान युद्ध साधन बना लिया। अहिंसा के नारे के साथ गांधीजी ने देशवासियों को अपनी ओर खींचा और अत्याचार के खिलाफ लड़ने का सिखाया। गांधीजी की विचारधारा ने लोगों पर गहरा असर डाला, जिससे देश के बड़े संख्यात्मक भाग ने आजादी की लड़ाई में अपना योगदान दिया। लोगों के प्यार, सम्मान और गांधीजी के प्रति भावना ने उन्हें बापू के नाम से प्रसिद्ध कर दिया।

कुछ अन्य स्वतंत्रता सेनानियों का आजादी में योगदान

भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी के अलावा कई अन्य स्वतंत्रता सेनानियों ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया. इनमें से कुछ प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों के नाम इस प्रकार हैं:

  • जवाहरलाल नेहरू: जवाहरलाल नेहरू भारत के पहले प्रधानमंत्री थे. वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष थे और उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन का नेतृत्व किया.
  • सरदार वल्लभभाई पटेल: सरदार वल्लभभाई पटेल भारत के पहले गृह मंत्री थे. उन्होंने भारत के विभाजन के बाद देश को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
  • लाला लाजपत राय: लाला लाजपत राय भारत के स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख नेता थे. उन्होंने जलियांवाला बाग हत्याकांड का विरोध किया और इस कारण उन्हें ब्रिटिश सरकार ने गोली मार दी.
  • बाल गंगाधर तिलक: बाल गंगाधर तिलक भारत के स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख नेता थे. उन्होंने स्वराज का नारा दिया और भारतीयों को ब्रिटिश सरकार के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित किया.
  • भगत सिंह: भगत सिंह भारत के स्वतंत्रता संग्राम के एक युवा क्रांतिकारी थे. उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अहिंसा और हिंसा दोनों का इस्तेमाल किया. उन्होंने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ कई बम धमाके किए और उन्हें फांसी दी गई.
  • राजगुरु: राजगुरु भगत सिंह के साथी क्रांतिकारी थे. उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अहिंसा और हिंसा दोनों का इस्तेमाल किया. उन्हें भगत सिंह के साथ फांसी दी गई.
  • सुखदेव: सुखदेव भगत सिंह और राजगुरु के साथी क्रांतिकारी थे. उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अहिंसा और हिंसा दोनों का इस्तेमाल किया. उन्हें भगत सिंह और राजगुरु के साथ फांसी दी गई.

15 अगस्त को आजादी का जश्न

हां, भारत एक विविधतापूर्ण देश है. यहां लोग विभिन्न धर्मों, भाषाओं और संस्कृतियों के हैं. लेकिन इन सभी विविधताओं के बावजूद, भारतीय लोग एकता और अखंडता के भाव से जुड़े हुए हैं. वे सभी एक ही देश के नागरिक हैं और वे सभी एक ही स्वतंत्रता का आनंद लेते हैं.

15 अगस्त भारत के लिए एक ऐतिहासिक दिन है. इस दिन भारत को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी. इस दिन को पूरे देश में बड़े उत्साह और धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन लोग राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं, देशभक्ति गीत गाते हैं और स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देते हैं.

भारत के स्वतंत्रता दिवस का दिन भारत के लिए एक गौरव का दिन है. यह दिन हमें याद दिलाता है कि हमने अपने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान के कारण ही आजादी प्राप्त की है. हमें इन स्वतंत्रता सेनानियों के आदर्शों को अपनाना चाहिए और देश की सेवा करना चाहिए.

भारत एक महान देश है. यह एक देश है जो विविधता में एकता का प्रतीक है. यह एक देश है जो स्वतंत्रता और शांति का प्रतीक है. हम सभी को भारत के लिए गर्व महसूस करना चाहिए और भारत को एक महान देश बनाने के लिए अपना योगदान देना चाहिए.

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