सामाजिक समस्‍या के समाधान- Solutions Of Social Problem In Hindi

सामाजिक समस्‍या के समाधान- Solutions Of Social Problem In Hindi

8 Solutions Of Social Problem In Hindi

1. तनावपूर्ण समस्यात्मक – सामाजिक समस्‍या के समाधान

स्थितियों की पुनर्व्याख्या-तनावपूर्ण एवं समस्याजनक परिस्थितियों पर पूर्व नियन्त्रण द्वारा सामाजिक समस्या को हल किया जा सकता है। हमारे

समाज को अनेक अन्तः समूह सम्बन्धों की समस्याएँ, भेदभाव की भावना, भ्रान्तिपूर्ण विश्वासों तथा अपमानजनक प्रवृत्तियों का परिणाम होती हैं।

जिन समूहों के प्रति भेदभाव की भावना समाज में पाई जाती है, यदि उनकी नए सिरे से परिभाषा की जाए तो प्रायः अनेक अन्तः समूहों के सम्बन्धों की समस्याएं हल हो सकती हैं। कुछ स्थितियों को यदि सामाजिक समस्या के रूप में स्वीकार न किया जाए तो ये स्थितियाँ स्वयं समाप्त हो सकती हैं।

उदाहरणार्थ अमेरिका में व्यापारिक वेश्यावृत्ति समाप्त हो गई है क्योंकि वेश्याओं की माँग बहुत कम हो गई है तथा स्त्रियों ने अपनी आय बढ़ाने के लिए अच्छे संस्थानों में नौकरी करनी शुरू कर दी है।

2.व्यक्तियों के व्यवहारों में परिवर्तन सामाजिक समस्‍या के समाधान

क्योंकि अनेक समस्याएँ मूल्यों से सम्बन्धित हैं अत: इन मूल्यों एवं व्यक्तियों के व्यवहार को परिवर्तित करके भी सामाजिक समस्या के प्रभाव को कम किया जा सकता है।

मनुष्य के समस्याजनक व्यवहार को तार्किक दृष्टि से समझाकर उसे प्रचार के साधनों द्वारा बदला जा सकता है। कभी-कभी व्यक्तियों के समस्याजनक व्यवहार को बदलना कठिन होता है।

ऐसी स्थिति में समुचित शिक्षा व मानसिक परिवर्तन के द्वारा कम से कम बच्चों के व्यवहार को परिवर्तित उन्हें समस्या से मुक्त किया जा सकता है।

3  समस्याजनक व्यवहार पर वैधानिक नियन्त्रण सामाजिक समस्‍या के समाधान

विभिन्न कानूनों को सख्ती से लागू करकेया वर्तमान कानूनों में समुचित संशोधन कर अनेक समस्याजनक व्यवहारों को नियन्त्रित किया जा सकता है।

समस्याजनक व्यवहार के लिए सरकार दण्ड तो देती ही है, लेकिन साथ ही दण्डनीय व्यवहार करने वाले व्यक्तियों की पुर्स्थापना का प्रयत्न भी करती है।

यह दोहरी नीति समस्याओं को सुलझाने की अपेक्षा उन्हें प्रोत्साहन देती है। अत: ऐसे व्यवहारों पर रोक लगाने के लिए प्रभावकारी कानून अनिवार्य है।

4. विद्वानों की सेवाओं का उपयोग सामाजिक समस्‍या के समाधान

सामाजिक समस्याओं का समाधान करने में विभिन्न विद्वानों (जैसे मनोचिकित्सक, सामाजिक कार्यकर्ता, समूह संगठनकर्ता, समूह कार्यकर्ता, समूह

प्रशासक, शिक्षावेत्ताओं आदि) की सेवाओं को उपयोग में लाया जा सकता है।

ये विद्वान् विभिन्न समस्याओं का विश्लेषण कर सामाजिक समस्या के उपचार के साधन बता सकते हैं। हमारे समाज में सामाजिक वैज्ञानिक की पूर्ण क्षमताओं का प्रयोग सामाजिक समस्याओं के समाधान के लिए नहीं किया जा रहा है।

5. सामाजिक संरचना में परिवर्तन सामाजिक समस्‍या के समाधान

प्राय: सामाजिक संरचना व्यक्ति के व्यवहार को निर्देशित करती है। कुछ सामाजिक समस्याओं का हल सामाजिक संरचना में परिवर्तन द्वारा सम्भव हो सकता है।

समूह की संरचना में ऐसी स्थितियाँ सर्जित की जा सकती हैं जिनसे कि समूह के सदस्य सदैव सद्भावनापूर्ण वातावरण में आपस में सहयोगात्मक रूप से रहें तथा समाज की मान्यताओं के प्रतिकूल व्यवहार ही न करें।

6. समाजवादी समाज की स्थापना सामाजिक समस्‍या के समाधान

कार्ल मार्क्स ने समस्याओं से युक्त समाज के निर्माण के लिए पूँजीवादी अर्थव्यवस्था के स्थान पर साम्यवादी अर्थव्यवस्था की स्थापना का सुझाव दिया है, लेकिन केवल मात्र अर्थव्यवस्था को बदल देने से समाज की समस्त समस्याओं का हल नहीं हो सकता।

इसके लिए वास्तविक समाजवादी समाज की स्थापना सहायक हो सकती है जिसमें आर्थिक एवं अन्य असमानताएँ कम से कम हों।

7. धार्मिक शिक्षा सामाजिक समस्‍या के समाधान

कुछ विद्वानों का विचार है कि धार्मिक शिक्षा के प्रसार द्वारा भी अनेक समस्याओं को हल किया जा सकता है। सोरोकिन तथा टॉयनबी आदि विद्वानों ने यह मत व्यक्त किया है कि धार्मिक मूल्यों को स्वीकार करके ही अनेक समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है।

8. सामाजिक सेवाएँ सामाजिक समस्‍या के समाधान

विभिन्न प्रकार की सामाजिक सेवाओं के द्वारा भी समाज की समस्याओं को हल करने में सहायता मिलती है क्योंकि ये तनावपूर्ण स्थितियों के प्रभाव को कम करने के महत्त्वपूर्ण योगदान प्रदान कर सकती हैं।

सामाजिक समस्याओं से पीड़ित व्यक्ति सामाजिक सेवाओं का संरक्षण प्राप्त कर सकते हैं और समस्याजनक स्थिति के प्रभाव से मुक्त हो सकते हैं।

वास्तव में, सामाजिक समस्याओं का समाधान इतना सरल नहीं है जितना कि यह लगता है। अगर इतना सरल होता तो अनेक समाज समस्याओं से मुक्त होते। अनेक समस्याओं की जड़ें हमारी भ्रांतियाँ एवं अन्धविश्वास हैं।

अत: उचित शिक्षा एवं ज्ञान के प्रसार से ऐसे अन्धविश्वासों को समाप्त करने के लिए उपयुक्त वातावरण बनाया जा सकता है तथा अनेक समस्याओं का समाधान हो सकता है।

इस सन्दर्भ में यही बात अत्यन्त उल्लेखनीय है कि समस्याओं का समाधान केवल मात्र सरकारी प्रयासों द्वारा सम्भव नहीं है क्योकि इसके लिए जन-सहयोग का होना अत्यन्त आवश्यक है।

 

समाज क्या है?

हम समाज को ऐसे लोगों के समूह के रूप में परिभाषित कर सकते हैं जो एक समान संस्कृति साझा करते हैं, एक विशेष क्षेत्रीय क्षेत्र पर कब्जा करते हैं और एक एकीकृत और विशिष्ट इकाई का गठन करने के लिए खुद को महसूस करते हैं

सामाजिक समस्या का अर्थ?

सामाजिक समस्याएं वह समाज की समस्याएं होती हैं जिसमें व्यक्ति अपने व्यवहारों का समाज रूपी अनुसरण नहीं करता है एवं समाज विरोधी कार्य करता है जिससे समाज में रहने वाले अन्य व्यक्तियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

समाजशास्त्र में स्कोप?

समाजशास्त्री समाजशास्त्र के स्कोप को लेकर अन्य प्रकार के मत प्रकट करते हैं जिन्हें आप के लिए जानना जरूरी है समाजशास्त्री और अन्य विज्ञान अलग-अलग होते हैं जो समाजशास्त्र का दायरा होना चाहिए।

सामाजिक समस्‍या के समाधान

1. तनावपूर्ण समस्यात्मक
2.व्यक्तियों के व्यवहारों में परिवर्तन 
3  समस्याजनक व्यवहार पर वैधानिक नियन्त्रण 
4. विद्वानों की सेवाओं का उपयोग 
5. सामाजिक संरचना में परिवर्तन 
6. समाजवादी समाज की स्थापना 

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