Social problems का अर्थ | Definition Of Social Problem In Hindi

Social problems का अर्थ | Definition Of Social Problem In Hindi

Concept of Social Problems Hindi

मानव समाज के इतिहास को यदि गहराई से देखा जाए तो ऐसा प्रतीत होता है कि यह विविध प्रकार की समस्याओं एवं चुनौतियों का ही इतिहास रहा है ।

प्रत्येक सभ्य – असभ्य , शिक्षित अशिक्षित , विकसित – विकासशील समाज में कुछ न कुछ सामाजिक समस्याएँ सदैव विद्यमान रही हैं और आज भी हैं तथा इन्हीं समस्याओं को सामाजिक विघटन का प्रमुख कारण माना जाता है।

किसी भी समाज में स्थायित्व एवं निरन्तरता हेतु इन समस्याओं का समाधान किया जाना आवश्यक माना जाता है ।

इसीलिए समाजशास्त्र में सामाजिक समस्या का अर्थ , प्रकृति ,  प्रकार कारण तथा सामाजिक समस्याओं के समाधान के उपायों के साथ-साथ इनके अध्ययन की विधियां एवं परिपेक्ष को भी समझने का प्रयास किया जा सकता है।

क्या है सामाजिक समस्या का अर्थ

सामाजिक समस्या का अर्थ समझने के लिए हमें सामाजिक तथा समस्या शब्द का अर्थ समझ लेना चाहिए जब भी हम सामाजिक शब्द का प्रयोग करते हैं तो इससे हमारा तात्पर्य मानवीय संबंधों एवं सामाजिक संरचना के साथ-साथ संगठन आदि के साथ होता है।

सामाजिक समस्या से अभिप्राय उन समस्या एवं व्यवस्था से है जो किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न कर देते हैं समाज में।

सामाजिक संगठन, सामाजिक संरचना या मानवीय संबंधों में जो समस्याएं उत्पन्न होती हैं उन्हें हम सामाजिक समस्या कहते हैं

इससे सामाजिक संगठन में उथल-पुथल हो सकती है तथा नियमित एवं सामान्य जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो सकता है सामाजिक समस्या केवल किसी विशेष स्थिति की ही सूचक नहीं होती अपितु उस स्थिति की गंभीरता के बारे में सामाजिक चेतना या सामाजिक चिंता की अभिवृत्ति को भी व्यक्त करती है

सामाजिक समस्या की परिभाषा हैं

1. सामाजिक समस्या की परिभाषा Raab and Selznick के अनुसार

यह मानवीय संबंधों की भी समस्या है जो स्वयं समाज को गंभीर चुनौती देती है अथवा अनेक लोगों की महत्वपूर्ण आकांक्षाओं में बाधा पैदा करती है

2. सामाजिक समस्या की परिभाषा Green के अनुसार

ग्रीन के अनुसार सामाजिक समस्या ऐसी परिस्थितियों का पुंज है जिसे समाज में बहुसंख्यक अथवा पर्याप्त अल्पसंख्यक द्वारा  समाज में गलत समझा जाता है

3. सामाजिक समस्या की परिभाषा Horton and Leslie के अनुसार

सामाजिक समस्या एक ऐसी स्थिति है जो बहुत से लोगों को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करती है तथा जिसका हल सामूहिक सामाजिक क्रिया द्वारा ही हो सकता है

4. सामाजिक समस्या की परिभाषा Fuller and Myers के अनुसार

इन्होंने सामाजिक समस्या को परिभाषित करते हुए लिखा है कि जब समाज में अधिकांश सदस्य किसी विशिष्ट दशा एवं व्यवहार प्रति मानव को अवांछित और आपत्तिजनक मान लेते हैं तब उसे सामाजिक समस्या कहा जा सकता है

5. सामाजिक समस्या की परिभाषा Merton and Nisbet के अनुसार

सामाजिक समस्या व्यवहार का बैठ अंग है जो कि सामाजिक व्यवस्था में अधिकांश भाग द्वारा सामान्य रूप से स्वीकृत या अनुमोदित आदर्शों के उल्लंघन के रूप में माना जाता है

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