15 अगस्त लाल किले पर निबंध (Red Fort Delhi Essay in Hindi)
लाल किला दिल्ली का प्रमुख ऐतिहासिक स्थल है जो पूरे भारत में अपनी शानदार स्थापत्य कला और सौंदर्य के लिए जाना जाता है। 200 साल तक दिल्ली पर शासन करने वाले मुगल साम्राज्य ने लाल किले को अपनी राजधानी बनाया था। यह दिल्ली के केंद्र में स्थित है और इसमें अब कई संग्रहालय हैं। लाल किले को 1648 में मुगल बादशाह शाहजहाँ के समय में लाल पत्थर से बनाया गया था। इसका वास्तुशिल्प अनूठा है और इसके उद्यान, महल और दीवारें बड़ी सोच-समझ से डिज़ाइन की गई हैं। लाल किला भारतीय संस्कृति की विविधता को दर्शाता है और दूर-दूर से पर्यटक इसे देखने आते हैं।
लाल किले पर आजादी के बाद सबसे पहले पंडित जवाहरलाल नेहरु ने हमारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा झंडा फहराया था। इसके बाद से हर साल आजादी दिवस यानि 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले पर तत्कालीन प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज का भव्य रूप से फहराया जाना एक परंपरा बन गई है। यह आजादी का प्रतीक माना जाता है।
लाल किले का इतिहास किसने बनाया (Lal qila kisne banvaya)
सम्राट शाहजहाँ ने 1638 में अपनी राजधानी आगरा को दिल्ली में स्थानांतरित करने की योजना बनाई, जिसके बाद दिल्ली में लाल किला का निर्माण कार्य आरंभ किया गया। शाहजहाँ को लाल और सफेद रंगों का शौक था, इसलिए उन्होंने इस किले के पत्थर को लाल रंग का चयन किया। इस किले का डिज़ाइन उस समय के वास्तुकार उस्ताद अहमद लाहौरी ने किया था, जिन्होंने आगरा की गरिमा के साथ-साथ ताजमहल की भी महान कृति का निर्माण किया था। किले का निर्माण यमुना नदी के तट पर किया गया था और यह तीनों तरफ़ से नदी से घिरा हुआ है। इस किले का निर्माण कार्य मुस्लिम समुदाय के पवित्र मुहर्रम के दिन, 13 मई 1638 को शुरू किया गया था। किले की पहली नींव को इज्जर खान ने रखा था। शाहजहाँ की इच्छा थी कि दिल्ली में उनका यह किला सबसे बड़ा हो, उन्हें वह लाहौर और आगरा के किलों से भी बड़ा चाहिए था।
- लाल किले का निर्माण 1648 में 10 साल में पूरा हुआ।
- शीश महल मुख्य किले के उत्तर और दक्षिण में स्थित है।
- एक विशेष महल बादशाह के निजी कमरे के लिए बनाया गया था।
- निर्माण में मुख्य रूप से इज्जत खान, अलीवर्दी खान और मुकर्मत खान का योगदान रहा।
- जब किला बनकर तैयार हुआ तो मुकर्मत खान काबुल में थे। उन्होंने शाहजहाँ को पत्र लिखकर बताया कि महल बन चुका है।
- महल को दुल्हन की तरह सजाया गया था।
- सजावट का बहुत ध्यान रखा गया था।
- दीवान-ए-खास को विशेष रूप से सजाया गया था – नक्काशी व रेशमी चादरें लगाई गई थीं।
- दीवान-ए-खास में एक बड़ा झूमर लगाया गया था।
- शाहजहां के आगमन पर फूलों की वर्षा हुई।
- शाहजहां ने सभी को उपहार व इनाम दिए।
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लाल किले में दुसरे शासकों का राज्य और हमाल
मुग़ल शासक औरंगज़ेब के शासनाकाल में, मुग़ल सल्तनत की वित्तीय और प्रशासनिक संरचना में बदलाव हुआ, और इसके परिणामस्वरूप 18वीं सदी तक मुग़ल साम्राज्य का पतन हो गया। औरंगज़ेब ने अपने शासनकाल में लाल किले में मोती मस्जिद का निर्माण करवाया। औरंगज़ेब के शासनकाल के अन्त में लाल किले की स्थिति मुश्किल में आई, और यह 30 सालों तक खाली-पड़ा रहा जब तक कोई नया शासक नहीं आया। फिर, 1712 में जहंदर शाह को यहाँ का शासक बनाया गया, लेकिन वे कुछ समय बाद ही मारे गए और फर्रुखसियर नामक राजा ने उनकी जगह ली। फर्रुखसियर ने लाल किले में लूट मचाई और चांदी से बनी ऊपरी दीवार को तांबे से बदल दिया। 1719 में लाल किले को मुहम्मद शाह ने राज्य किया, जिसे “रंगीला राजा” के रूप में जाना जाता था।
उन्होंने यहाँ तक की 1739 तक राज्य किया, फिर फारसी सम्राट नादिर शाह से युद्ध करने पर हार गए और उन्हें लाल किले की गद्दी मिली। नादिर शाह ने लाल किले का शासन किया, लेकिन वे अपने शासनकाल के दौरान मुग़ल साम्राज्य को भयंकर रूप से कमजोर कर दिया। इसके बाद वे यहाँ कुछ महीने रहकर अपने देश वापस चले गए। 1752 में मराठों ने दिल्ली को जीत लिया, लेकिन 1761 में पानीपत की तीसरी लड़ाई में मराठे हार गए और इसके बाद दिल्ली में अहमद शाह दुर्रानी का शासन स्थायी हुआ।
- 1803 में मराठों से हारने के बाद ब्रिटिशों ने लाल किले पर कब्ज़ा कर लिया।
- 1857 की क्रांति में बहादुर शाह ज़फ़र ने ब्रिटिशों को हराया, लेकिन वो लंबे समय तक वहाँ शासन नहीं कर पाए।
- ब्रिटिशों ने किले को पूरी तरह से बदल दिया – सारी कीमती चीजें लूट लीं और अंदरूनी हिस्सों को तोड़ दिया।
- 1890-1900 के दौरान ब्रिटिश अधिकारियों ने टूटे हिस्सों को फिर से बनवाने का निर्णय लिया।
लाल किले के खजाने पर कुछ मुख्य बिन्दु:
- सबसे पहले 1747 में नादिर शाह ने लाल किले की संपत्ति लूटी थी।
- इसके बाद जो कुछ बचा था, उसे ब्रिटिश अधिकारियों ने लूट लिया।
- ब्रिटिश अफसर यहाँ की चीज़ों को लूट कर बड़े लोगों के सामने नीलाम करते थे।
- इसी तरह भारत का गौरव कोहिनूर हीरा भी ब्रिटिशों ने लाल किले से लूटा था, जो आज लंदन में है।
- इस प्रकार ब्रिटिशों ने लाल किले और भारत की सम्पत्ति को लूटा।
हां, यह सही है कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम के समय आन्दोलन करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को कई बार लाल किले में जेल में रखा गया था। भारत के आजाद होने के बाद, 15 अगस्त 1947 को प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने लाल किले के लाहौर दरवाजे पर अपने देश के झंडे को लहराया और इस अवसर पर भारतीय झंडे के उन्मुक्त रंगों का संकेत दिया। इसके बाद लाल किले को भारतीय सेना की छावनी बना दिया गया था।
वर्ष 2003 तक, किले का बड़ा हिस्सा सेना के कब्जे में था, लेकिन उसके बाद इसे भारतीय पुरातत्व विभाग को मरम्मत के लिए सौंप दिया गया था। इसके बाद से लाल किले भारत के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में अहम रूप से रखा जा रहा है।
लाल किले में बने दर्शनीय स्थल ( Red Fort visiting Place)
- छाबरी बाज़ार – लाल किले के सामने स्थित बाज़ार
- लाहौरी दरवाज़ा – मुख्य प्रवेश द्वार, यहां हर साल स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण होता है
- दिल्ली दरवाज़ा – दक्षिण दिशा में स्थित दरवाज़ा
- पानी दरवाज़ा – दक्षिण-पूर्व में स्थित छोटा दरवाज़ा
- चट्टा चौक – प्राचीन बाज़ार
- नौबत ख़ाना – संगीतकारों के लिए निर्मित इमारत
- दीवान-ए-आम – बादशाह का मुख्य न्यायालय
- मुमताज़ महल – रानियों का महल, अब संग्रहालय
- रंग महल – रानियों का महल
- दीवान-ए-ख़ास – बादशाह का निजी कमरा
- मोती मस्जिद – औरंगजेब द्वारा बनवाई गई निजी मस्जिद
लाल किला का महत्व (Red fort Importance in Hindi)
लाल किले के बारे में कुछ मुख्य जानकारी:
- यह पुरानी दिल्ली में स्थित है और दिल्ली का प्रमुख पर्यटन स्थल है।
- हर साल हज़ारों पर्यटक यहाँ आते हैं।
- यह हफ़्ते में 6 दिन खुला रहता है, सोमवार को बंद रहता है।
- भारतीयों की प्रवेश टिकट 10 रुपए और विदेशियों की 150 रुपए है।
- यहाँ रोज़ शाम को साउंड एंड लाइट शो होता है जो पर्यटकों को बहुत पसंद आता है।
- कुछ महलों को पुराने रूप में संरक्षित किया गया है।
- मस्जिद और हमाम आम जनता के लिए बंद है।
- लाहौरी गेट को हस्तशिल्प से सजाया गया है।
- संग्रहालय में ऐतिहासिक वस्तुएँ संरक्षित हैं।
स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले पर तिरंगा क्यों फहराया जाता है
लाल किला भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है, विशेष रूप से स्वतंत्रता संग्राम में इसकी भूमिका अतुलनीय रही है। 15 अगस्त को मनाए जाने वाले स्वतंत्रता दिवस के लिए लाल किला काफी खास होता है क्योंकि यहीं पर आजादी के बाद पहली बार भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने तिरंगा फहराया था।
यह 1947 में हुआ था और तबसे लगातार हर साल 15 अगस्त को भारत का प्रधानमंत्री लाल किले पर फहराया जाने वाला पहला तिरंगा लहराता है। इस तरह लाल किले का स्वतंत्रता संग्राम और आजाद भारत के साथ एक गहरा और ऐतिहासिक नाता है। ध्वजारोहण की यह परम्परा आजादी की भावना को जीवंत रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
लाल किले Facts एंड questions
लाल किला कब बनाया गया ? | 1648 ई.पू में बनाया गया. |
लाल किला किसने बनवाया ? | पांचवे मुगल शासक शाहजहाँ ने बनवाया. |
लाल किले पर सबसे पहले तिरंगा कब लहराया गया ? | 16 अगस्त 1947 को, पंडित जवाहरलाल नेहरु ने फहराया था. |
लाल किले का डिजाईन किसने बनाया ? | उस समय के वास्तुकार उस्ताद अहमद लाहौरी ने डिजाईन किया था. |
लाल किला बनने में पूरा समय कितना लगा ? | यह 10 साल में पूरी तरह से कम्पलीट हुआ. |
लाल किले में शीश महल कहाँ स्थित है ? | उत्तरी व दक्षिण में स्थित है. |
लाल किले में कौन-कौनसे दर्शनीय स्थल है ? | छाबरी बाजार, लाहौरी दरवाजा, दिल्ली दरवाजा, पानी दरवाजा, चट्टा चौक, नौबत खान, दीवान ए आम, मुमताज महल, दीवाने खास और मोती मश्जिद. |
लाल किला कहाँ स्थित है ? | पुरानी दिल्ली में स्थित है. |
लाल किला कितने दिन खुला रहता है ? | हफ्ते में 6 दिन आम जनता के लिए खुला रहता है. |
लाल किले को देखने के लिए टिकेट कितने रूपए की होती है ? | भारतीय के लिए 10 रूपए और विदेशियों के लिए 150 रूपए टिकेट के तय किये गये हैं. |
लाल किले का निर्माण कब शुरू किया गया ? | 13 मई 1638 में शुरू किया गया था जो 1648 में खत्म हुआ. |
छावनी के रूप में लाल किले की उपयोगिता | 1947 के बाद भारतीय आर्मी ने लाल किले को छावनी के रूप में उपयोग किया. यह 2003 तक छावनी के रूप में तब्दील रहा. |
लाल किले की सालाना कमाई कितनी है ? | 2015 – 16 की एक रिपोर्ट के अनुसार हर साल लाल किला 6.07 करोड़ रूपए की कमाई करता है. |
लाल किला कितने एकड़ में बना हुआ है ? | 254.67 एकड़ क्षेत्रफल में बना हुआ है और 2.4 किलोमीटर लम्बी चारदीवारी के अंदर बना हुआ है. |
लाल किले में कितने दरवाजे हैं ? | 6 दरवाजें मौजूद है. |
लाल किले की दीवारों की उंचाई कितनी है ? | 33 मीटर दीवारों की उंचाई है केवल चार दिवारी 16 मीटर ऊँची है. |