Hindi kahaniya for kids free download – short stories in Hindi
Hindi kahaniya for kids free download – short stories in Hindi
गोलू बोला
एक दिन गोलू बैठा था
दादा जी की गोद में,
उस दिन उसके पापा भी थे
कुछ मस्ती, कुछ मोद में।
तभी अचानक एक सवाल
गोल के मन में आया,
उतरा झट वह गोद से नीचे
और पापा से यह फरमाया
पापा, मुझे बताओ गिनकर
आसमान में कितने तारे?
पापा बोले, तारे कुल इतने
जितने सिर पर बाल हमारे।
गोलू ने तब दादा जी के ।
गंजे सिर पर नज़र घुमाई,
एक बाल भी उनके सिर पर
नहीं उसको दिया दिखाई।
दादी बोली-उनके सिर पर
अभी सूरज दमक रहा है,
इसीलिए तो एक भी तारा
नहीं तुमको चमक रहा है।
सूरज निकला
आसमान में लाल-सा गोला
धीरे-धीरे निकल रहा है।
कुछ ठिठका, कुछ आगे बढ़ता
ऊपर-ऊपर उबर रहा है।
यह सूरज जो आग उगलता
सबको जीवन देता है।
चारों ओर रोशनी करता,
अँधियारा हर लेता है।
धरती पर फैली हरियाली
सूरज से ही होती है।
सूरज बादल, वर्षा लाता
जिससे फसलें होती हैं।
हम सबके थे प्यारे बापू
हम सबके थे प्यारे बापू,
सारे जग से न्यारे बापू।
दिखते तो थे दुबले बापू,
थे ताकत के पुतले बापू।
सदा सत्य बतलाते बापू,
सबको गले लगाते बापू।
भारत के उजियारे बापू,
सबको राह दिखाते बापू।
लगते तो थे भोले बाप,
सबको खूब हँसाते बापू।
लकड़ी का यह घोड़ा
लकड़ी का यह घोड़ा।
सरपट-सरपट दौड़ा,
ठोकर खाकर गिरा क्यूंकि
राह में आया रोड़ा,
लकड़ी का यह घोड़ा
मैंने ज़रा-सा मोड़ा,
बात ना मेरी मानी
उछल-उछलकर दौड़ा,
हा-हा-हा, हा-हा-हा
लकड़ी का यह घोड़ा
मैंने कान मरोड़ा,
हिन-हिन करके बोला
मैंने मारा कोड़ा,
हा-हा-हा, हा-हा-हा
चंदा और बंदरों
आसमान में बिजली चमकी,
डर कर भागा चंदर।
तभी सामने पड़ा दिखाई
उसको मोटा बंदर।
आगे बढ् कि पीछे भागें,
उसका सिर चकराया।
हे भगवान, कहाँ से इतना
मोटा बंदर आया?
मम्मी-पापा, दादा-दादी
कोई बाहर आओ।
आकर इस मोटे बंदर से
मुझको हाय बचाओ।