बजरंग पुनिया का जीवन परिचय (Bajrang Punia Biography in Hindi)

बजरंग पुनिया का जीवन परिचय (Bajrang Punia Biography in Hindi)

बजरंग पुनिया एक भारतीय पहलवान हैं जो अपने खेल के दम पर देश का नाम रोशन कर रहे हैं। वह तीन विश्व चैंपियनशिप पदक जीतने वाले पहले भारतीय पहलवान हैं जो किसी भी कैटेगरी में विश्व नंबर 1 स्थान पाने वाले हैं।
बजरंग पुनिया ने अपने पहले ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर अपने सपनों को पूरा किया। वह झज्जर, हरियाणा में जन्मे और उनके परिवार में पैसों की कमी थी, लेकिन उन्होंने अपने दम पर खेल के क्षेत्र में नाम कमाया। उनके पिता भी एक पहलवान थे और उन्हें बचपन से ही कुश्ती का शौक था।
बजरंग पुनिया ने अपनी कुश्ती की शुरुआत स्थानीय अखाड़े में की थी और उन्हें योगेश्वर दत्त जैसे साथी ओलंपिक पदक विजेता से मिलवाया गया था। उन्होंने अपनी लगन और मेहनत से विश्व चैंपियनशिप और एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीते।
बजरंग पुनिया ने अपने खेल के दम पर देश का नाम रोशन किया है और उनकी कुश्ती के फैंस उन्हें बहुत पसंद करते हैं।

बजरंग पुनिया एक बहुत ही उम्दा पहलवान हैं जो भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित कर रहे हैं। उन्होंने अपने करियर में कई बड़े टूर्नामेंट में हिस्सा लिया है और अपने दम पर कई मेडल जीते हैं। उन्होंने एशियन गेम्स, वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप, राष्ट्रमंडल खेल जैसे बड़े टूर्नामेंट में भारत का नाम रोशन किया है।

बजरंग पुनिया ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में भी भारत का नाम रोशन किया था। उन्होंने सेमीफाइनल तक पहुंचा था लेकिन उनका प्रदर्शन उतना बेहतर नहीं रहा था जिससे वे फाइनल नहीं पहुंच पाए। लेकिन उन्होंने ब्रोंज मैडल मुकाबले में 8-0 से जीत हासिल की और भारत को गौरवान्वित कर दिया।

बजरंग पुनिया को खेलों में बास्केटबॉल खेलना, फुटबॉल खेलना और रिवर राफ्टिंग करना बहुत पसंद है। उनका मनपसंद भोजन चूरमा है और उनके पसंदीदा पहलवान कप्तान चंद्रुप्त और योगेश्वर दत्त हैं।

बजरंग पुनिया ने हाल ही में कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भी भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने मेन्स 65kg वर्ग के फाइनल में कनाडा के लचलान मेकनीला को हराया था। इससे बजरंग पुनिया ने फिर से अपनी ताकत दिखाई और भारत को एक और गोल्ड मेडल दिलाया।

बजरंग पुनिया पुरस्कार

भारत के प्रख्यात कुश्ती पहलवान बजरंग पुनिया को कुछ सालों में कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। साल 2015 में उन्हें भारत सरकार की तरफ से अर्जुन अवार्ड दिया गया था। इसके बाद साल 2019 में उन्हें सेंट्रल गवर्नमेंट की तरफ से पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया था। उन्हें राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड भी साल 2019 में मिला था।

बजरंग पुनिया को साल 2013 में डेव स्चुल्ज़ मेमोरियल टूर्नामेंट में सिल्वर पुरस्कार और साल 2015 में फिर से डेव स्चुल्ज़ मेमोरियल टूर्नामेंट में सिल्वर पुरस्कार प्राप्त हुआ था। इससे साफ होता है कि उन्होंने अपने करियर में कई बड़े टूर्नामेंट में उत्कृष्ट प्रदर्शन किए हैं और उन्हें इसके लिए कई पुरस्कार भी मिले हैं।

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