आर्य समाज क्या है | Arya samaj ke sansthapak
क्या है आर्य समाज
इसके संस्थापक दयानंद सरस्वती थे । इन्होंने आर्य समाज 1875 ई . में मुम्बई में किया और 1877 ई . में इसकी शाखा लाहौर में खोली । आर्यसमाज का नारा था । भारत भारतीयों के लिए है ।
जबकि दयानंद सरस्वती का नारा वेदों की और लौटो । दयानंद सरस्वती का जन्म गुजरात में 1834 ई . में हुआ था । इनका नाम मूल शंकर था । इनके गुरु विरजानंद थे । दयानंद ने सती प्रथा , बाल विवाह , पर्दा प्रथा का विरोध किया ।
किन्तु महिला शिक्षा तथा विधवा पुर्नविवाह का समर्थन किया । इनके मृत्यु के बाद 1886 में इनके शिष्य हंस राज ने DAV ( दयानंद एंग्लो वैदिक कॉलेज ) की स्थापना किया जो भारत के लगभग सभी जिलों में फैल चुका है ।
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क्या है राम कृष्ण मिशन
इसके संस्थापक स्वामी विवेकानंद थे । इन्होंने अपने गुरु रामकृष्ण के नाम पर इसका नामकरण किया । विवेकानंद का जन्म 12 Jan , 1863 को हुआ । इनका नाम नरेन्द्र दत्त था ।
रामकृष्ण परमहंस ने इन्हें हिन्दू धर्म की शिक्षा दी थी । 1887 ई . में इन्होंने कलकत्ता में बेलुरमढ़ की स्थापना की । 1893 ई . में इन्होंने ऐतिहासिक शिकागो धर्म सम्मेलन में भाग लिए । इन्होंने अमेरिका के न्यूयार्क में वेदान्त सोसायटी की स्थापना 1896 में कर दिया ।
1897 में इन्होंने बेलुरमठ को रामकृष्ण मिशन का अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय बना दिया । 1902 में इनकी मृत्यु हो गई । इन्हें हिन्दू नेपोलियन या तुफानी हिन्दू कहते हैं । सुभाषचन्द्र बोस ने इन्हें भारत का अध्यात्मिक गुरु कहा ।
थियोसोफिकल सोसायटी ( 1875 )
इसकी स्थापना मैडम ब्लावाटस्की तथा कर्नल आलकाट ने कनाडा में किया । यह संस्था विभिन्न देशों में संस्कृति तथा शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कार्यरत थी । 1886 में इसकी एक शाखा मद्रास के अडियार में खोली गई जो आगे चलकर इस संस्था का मुख्यालय बन गया ।
इसी शाखा की एक सदस्य बनकर आयरलैण्ड की महिला एनी बेसेंट भारत आयी । इन्होंने आयरलैण्ड की भांति भारत में भी होमरूल आंदोलन प्रारंभ करना चाहती थी । किन्तु भारत में यह सफल नहीं हो पाया ।